ऐ नारी यकीनन तूने आधुनिक युग मे बहुत कुछ पाया है
अपनी आंतरिक दुर्बलता को दूर कर खुद को स्वावलंबी और शक्ति शाली भी बनाया है
न जाने कितने संघर्षो को स्वीकार कर तूने अपनी मंजिलो को पाया है
तुझे देख कर हर कोई यही कहता है कि इस अबला नारी मे इतनी हिम्मत और साहस कहा से आया है
पर पुरूष अपने अहंकार मे ये भूल जाता है कि इसी नारी ने ही उसे ये संसार दिखाया है
कभी मां बनकर कभी बहन बनकर तो कभी हमसफ़र बन कर नारी ने नर का साथ निभाया है
नारी के बिना तो इस सृष्टि की कल्पना भी नही की जा सकती
ये संदेश तो स्वयं भगवान शिव ने अर्धनारीश्वर बनकर समझाया है
SimpleBhawna 



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