अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य प्रतियोगिता मंच - हमारीवाणी
रामराज के आ जाने पर
रामराज के आ जाने पर सत्ता होगी राम की.
दुख दारिद्र मिटेगा जग से जय होगी हरिनाम की.
रोटी कपड़ा या मकान की मूलभूल सुविधा होगी.
रोग मुक्त होगा हर प्राणी बच्चों को शिक्षा होगी.
सरकारी सेवक जनता की सेवा को तत्पर होंगे.
उनकी कार्य प्रणाली में तब हर संभव निष्ठा होगी.
चहुँ दिशि हो सुख शांति जरूरत रहे नहीं संग्राम की.
दुख दारिद्र मिटेगा जग से सत्ता होगी राम की.
सबल सुरक्षा देंगे निर्बल नहीं सताए जाएंगे.
राम राज्य में सभी घरों में मंगल गाए जाएंगे.
जमाखोर भ्रष्टाचारी अब सभी जेल में जाएंगे.
अन्यायी अपराधी सब सूली पर टाँगे जाएंगे.
फ़िक्र रहेगी हर प्राणी को कृत्यों के परिणाम की.
दुख दारिद्र मिटेगा जग से सत्ता होगी राम की.
ऊँच-नीच का भेदभाव तब नहीं पनपने पाएगा.
सुदृढ़ होगा लोकतंत्र समता का ध्वज फहराएगा.
एक दूसरे के सुख-दुख में सबके सब शामिल होंगे,
सर्व-धर्म-संभाव बढ़ेगा सबका मन हर्षाएगा.
स्वयं समीक्षा करनी होगी अपने अपने काम की.
दुख दारिद्र मिटेगा जग से सत्ता होगी राम की.
ज्ञानेन्द्र मोहन 'ज्ञान'
दुर्गा एन्क्लेव, शाहजहाँपुर (उ0प्र0)
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