सारा सच प्रतियोगिता
करवा चौथ
खुशी रहो साजन मेरे,
तुमसे ही तीज त्यौहार।
करवा चौथ पुनीत प्रेम पर्व,
जाने इसको सब संसार।।
जीवन के सब रंग तुमसे,
तुम ही से घर में खुशहाली।
सास ससुर के आशीषों से
बनी रहे जोड़ी आली।।
खनकती रहें सुहाग चूड़ियां,
करूं सदा सोलह श्रृंगार।
मांग सिंदूर से भरी रहे,
विनती माँ से बारंम्बार।।
होते प्रसन्न पतिदेव,
हम चंद्रोदय को होते बेकरार।
करके पूजन आराधन,
छलनी में करते पति का दीदार।।
जीवन बगिया के माली
सुशोभित तुमसे संसार हमारा।
खिलते रहे सुमन हमेशा,
बहती रहे प्रेम की धारा।।
लाल जोड़ी में रहूं सदा,
अधरों पर रहे सदा मुस्कान।
बीते ऐसे जीवन अपना,
जैसे दो देह और एक प्राण।।
व्रत निर्जला रहते हैं,
करवाते पारण पति हमार।
आशीष उनका पाकर के
मिलती खुशियां हमें अपार।।
मनाते रहे करवा चौथ,
दिवाली से दीपित हो परिवार।
चमकते रहो चांद से हरदम,
मेरी नैया की खेवनहार।।
करवा चौथ पुनीत प्रेम पर्व,
जानें इसको सब संसार।।
@पदमा तिवारी दमोह मध्य प्रदेश
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