Monday, 13 November 2023

करवाचौथ - डॉ० अशोक

 























करवाचौथ

अखण्ड सौभाग्य,
अटूट विश्वास इस त्योहार के रंग है।
समर्पण और श्रद्धा भाव,
सदैव इसके चलते संग -संग हैं।
यह पावन व अलौकिक त्योहार है,
विवाहित महिलाओं को,
दिखता यहां सुन्दर संसार है।
यहां सांस्कृतिक विरासत,
अपनाते हुए एक उन्नत,
प्रयास और प्रयोग किया जाता है।
पति की लम्बी उम्र पाने के लिए,
करवाचौथ चौथ व्रत को,
हृदय पुष्प से हरेक सुहागिनों के द्वारा,
मन -मस्तिष्क में लगाया जाता है।
यहां इस दिन सुहागिन स्त्रियों को ,
अपने पंख लगाकर उड़ने की,
मिलतीं  एक खूबसूरत बेला है।
समस्त सनातनी समाज में,
 एक सुखद अहसास और सुकून देने वाली,
बन जाता है गुलजार होती रहीं हैं,
मानों जलशे में खुशियां फैलाएं,
एक सुहागिनों की खूबसूरत मेला है।
घर-परिवार में सुख-समृद्धि संग,
सुहाग को सुरक्षित बचाने का,
यह एक उत्तम पावन पर्व है।
हर सनातनी महिलाओं को,
होती है इस त्योहार पर गर्व है।
यह सुन्दर व उन्नत गुणों से भरपूर,
 अद्भुत व अलौकिक दिखने वालीं,
सुसंस्कृत व सनातनी संस्कार है।
हमेशा मददगार बनने वाली,
सबसे उत्तम सांस्कृतिक उपहार है।
इस मीठी-मीठी त्योहार पर,
सब नतमस्तक हो मानते हैं यहां ।
यह पर्व एक नवीन सन्देश को,
 हरेक सुहागिनों को मिलता है प्यार,
 अद्भुत व अलौकिक स्वर्ग की,
खुशियां मानकर सब उत्साहित ढंग से,
खुशियां मनाते हैं सब मिलकर यहां।

डॉ ०अशोक, पटना, बिहार

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