Wednesday, 1 November 2023

रावण - प्रा. रोहिणी डावरे

 























रावण

प्रा. रोहिणी डावरे
अकोले,महाराष्ट्र

ऋषि विश्रवा बडे महान
पावन पुनित बडे विद्वान
ऐसे ऋषि की है संतान
रावण दैवी गुणों से सुजान।१।

दैत्यराज चतुर सुमाली
पुत्री कैकसी नसीबोंवाली
महाप्रतापी, तेजस्वी, बलवान
कोख से जन्मे रावण रूपवान।२।

*सारा सच* सुवर्ण सुसज्जित
त्रिकुट पर्वत पर श्रीलंका है स्थित
वेद-पुराणों की है शान
मंदोदरी पतिव्रता महान।३।

सर्वज्ञानी तंत्रविद्या का ज्ञाता
*सारा सच* में सर्वश्रेष्ठता
शिवशंभु की हुई प्रसन्नता
*चंद्रहास* खड्ग से मिली अमरता।४।

भोलेनाथ की करें उपासना
शिवप्रसन्नता की मनोकामना
स्वरचित स्त्रोतों और वीणा वादन
तांडव में खुशी से नाचे भगवन।५।

घोर तपस्या भक्ति का फल
पाशुपत अस्र से मिल गया बल
गर्व अभिमान से करने लगा छल
हिलाने चला धरती माँ का दल।६।

करने चला नवग्रहों को वश में
खुद को लगा त्रिलोकीनाथ समझने
कैलाश पर्वत जब लगा उठाने
माता सती तब लगी कोसने।७।

दैत्य,दानव,असूरों की संगति
पापकर्म से मति भ्रष्ट है होती
रावण करने चला जब पाप
राक्षस होने का मिला अभिशाप।८।

अपने से जो बलशाली पाता
युद्ध कर उसे पराजित करता
शिव-ब्रह्मा का मिला वरदान
मारे नां इसे कोई इन्सान।९।

इक्ष्वाकु वंश आयोध्या का पावन
उपहास उडाए इनका रावण
राजा अनरण्य सह नां सके अपमान
मृत्यु का दे दिया शाप महान।१०।

माता सिता का किया अपहरण
श्रीराम के आगे पराजित रावण
परम मुक्ति करें राम का नाम
श्रीराम चरण रावण का पावन धाम


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