Wednesday, 1 November 2023

रावणों को जला नहीं पाओगें - डाॅ० योगेश सिंह धाकरे "चातक"

 























रावणों को जला नहीं पाओगें !!!
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मुझे बनाने वाला भी.......मै हूँ
मुझे खरीदनें वाला भी.... मै हूँ
सदियों से क्या कभी मरा हूँ मै ?
मुझें जलाने वाला भी तो, मै हूँ

विजयादशमी पर,
हम रावण के संहार..
की बात करते है !

अपने चाल चरित्र..
और अहंकार पर
मौन क्यौ रहते है !!

कहाँ नही है रावण
आज मेरे देश मै !
हर गली मोहल्लें मै
घूम रहें भेड़िये के भेष मै !!

इस देश की कोई भी..
सीता सुरक्षित नही है,
वर्तमान "परिवेष" मै !

गाँव गली नगरो मै...
रावण"  घूम" रहे है,
राम के इसी देश मै !!

जलायो...
बस्ती बीरान...
और  सभ्यतायें,
सूनी हो जायेंगी !

ढुड़लो...
मर्यादा के राम को,
आज के इस दौर मै..
सदीयाँ  गुजर जायेगी !!

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स्वरचित......
डाॅ० योगेश सिंह धाकरे "चातक"
 आलीराजपुर  म. प्र


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