सैनिक
सेना में जो काम करते, उनको सैनिक कहते हैं।
सैनिक वे हैं जो सीमा पर डटे रहते, देश की रक्षा करते हैं।
सच्चे देशभक्त ये होते, दिन रात मेहनत करते हैं।
त्याग, तपस्या की मूर्ति ये, पीछे कभी नहीं हटते हैं।
तीन प्रमुख अंग सेना के,
जल सेना, थल सेना और वायु सेना।
हर सेना का उद्देश्य यही, रिपु को है मात देना।
सैनिक, देश के लिए अपना जीवन अर्पण कर देते।
सर्दी, गर्मी या बरसात, अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटते।
मातृभूमि की रक्षा करते, दुश्मनों को धूल चटातें।
अपनी जान जोखिम
में डाल, रिपुओं से देश बचातें।
खुद सारी रात जागतें, हमें चैन की नींद सुलाते।
स्वयं सैनिक खतरों से खेलते, देशवासियों को सुरक्षा दिलातें।
चुनौतीपूर्ण काम करते, कठिनाइयों से
भरा जीवन इनका।
वसुधैव कुटुम्बकम का भाव रखते, पूरा देश, परिवार इनका।
देश के लिए बड़े खास हैं ये, नहीं हैं ये नागरिक आम।
नि: स्वार्थ भाव से करते काम, नहीं करते ये आराम।
पन्द्रह जनवरी को हम सेना दिवस मनाते हैं।
हमारे सैनिक सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें, ईश्वर से यही मनाते हैं।
हम अपने सैनिकों के कारण ही सुरक्षित है, हम इनका करते सम्मान।
अपने देश के गौरव ये, इन पर है हमको अभिमान।
श्रेय इनके परिवार को भी जाता, जो इनका हौसला बढ़ाते हैं।
पर्व - त्योहार वे इनके बिना
मनाते हैं।
धन्य हैं वे माता - पिता जो अपनी संतान में देश भक्ति
का जज्बा भरते हैं।
ऐसे माता - पिता को हम भारत वासी नमन करते हैं।
डॉ० उषा पाण्डेय 'शुभांगी'
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