दुर्गा
नृत्य वाले पग हर लेते है जग का मन
उपासना को इसी तरह करते सब जन
माँ दुर्गा के आँगन में होते भजन कीर्तन
हर राही के पग करने लग जाते है नर्तन
माँ दुर्गा के पांडालों में होता है आकर्षण
माँ के उपासक सदा करते इनका दर्शन
नृत्य से उपासना होती बड़ी ही रंग रंगीली
कही भजन संग तालिया बन गीत सजीली
सर्वत्र रंग हुए बिम्बित हर जगाओं पर
सजने लग गए पांडाल चारों दिशाओं पर
संजय वर्मा "दृष्टि"
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