रेल
रेल की यह कहानी,
अद्भुत व पुरानी है।
मस्ती और धमाल की,
इसमें रवानी है।
यह सस्ता और आसान,
सफ़र का साधन है।
ग़रीब लोगों के लिए,
पावन संसाधन है।
बच्चों में कौतूहल पैदा कर,
खुशियां बरसाता है ।
सफ़र में आनन्द व प्रसन्नता से,
दिल को खुश करने में,
सबसे पहले आता है।
रेल यात्रा सस्ती और सुलभ है,
यहां सबको साथ लेकर,
चलने का अदब है।
यह अनोखा रेल की सवारी,
यात्रियों संग माल ढोने का,
सुंदर,सुगम व सस्ता तरीका है।
हर आदमी आसमान से उतरकर,
जांचा परखा पाया गया,
सबसे सुन्दर सलीका है।
बच्चों और बुजुर्गो के लिए,
अत्यंत आरामदायक सवारी है।
बडी -बडी गाड़ियों पर,
यह हर वक्त दिखती भारी है।
जमाने पर रेल एतबार किया,
सुन्दर सुव्यवस्थित व्यवहार दिया।
आओ हम-सब मिलकर यहां एक,
सुन्दर सोच व विचार अपनाएं।
रेल यात्रा सस्ती और अच्छी हो,
पर अपने अपने विचार सुनाएं।
डॉ० अशोक, पटना, बिहार।
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