जोड़ना..
वैसे तो जोड़ना एक गणितीय क्रिया है लेकिन यह मानव जीवन की सफलता के लिए एक व्यवहारिक रूप धारण कर लेती है। जोड़ना का अर्थ होता है मिलाना। इस क्रिया में संख्या की कीमत का मान बढ़ता जाता है। यदि इसे हम मानव जीवन में उतारें तो हम अपने जीवन में अच्छे चरित्रवान, निस्वार्थो मित्रों को जिंदगी में जोड़ें क्योंकि यह जीवन की सबसे अमूल्य पूंजी होती है। सारा सच यह है कि पहले हम अपने आप से खुद को जोड़ें। जोड़े आत्मा को परमात्मा से। जोड़ें हम अपने आप को अच्छे कार्यों से जुड़े हम अपने आप को सामाजिक कार्यों से। अपने जीवन में हम पाप को हटाकर अच्छे कार्य कर पुण्य को जोड़ें। पुरुषार्थ और परमार्थ द्वारा अपने आप को मानवता से जोड़ें। सारा सच यह है कि जोड़ना जिंदगी भर चलता रहता है। लेकिन वास्तविकता यह है कि जिसे हमें जोड़ना चाहिए उसे हम घटाते हैं और जिसे घटाना चाहिए उसे में जोड़ते हैं ।
जिंदगी में हम अर्थ को जोड़ें क्योंकि अर्थ के बिना सब अनर्थ होता है। जोड़े हम अपने आप को देश भक्ति से राष्ट्रभक्ति से। इस तरह से देखें तो हमारी जिंदगी में जोड़ना एक अमूल्य परिवर्तन करके लाता है और सारा सत्य है कि हमें मनुष्यता से ऊपर उठकर ईश्वर तुल्य बनाता है। इसलिए हम अपने आप को दूसरों से जोड़ना जारी रखें ।
जुड़े आत्मा को परमात्मा से।
जुड़े अच्छे पठन-पाठन से। इस प्रकार जोड़ना जिंदगी में परिवर्तन लाकर हमारी जिंदगी को खुशमय बनाता है।
दिलीप कुमार शर्मा दीप देवास मध्य प्रदेश
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