Tuesday, 28 February 2023

आंदोलन - डॉ० उषा पाण्डेय 'शुभांगी'

 


*आंदोलन*

आंदोलन शोषण और अन्याय के खिलाफ किया जाता है
आंदोलन कर समस्या को सबकी नजरों में लाया जाता है

आंदोलन व्यक्तिगत नहीं, सामुहिक होता है
आंदोलन का उद्देश्य व्यवस्था में
बदलाव लाना होता है

समस्या सामाजिक हो, आर्थिक हो अथवा हो पर्यावरणीय
आंदोलन के जरिये विशेषज्ञों के लिए विषय हो जाता विचारणीय

आंदोलन रूपांतरणकारी, सुधारवादी, क्रांतिकारी या लोकप्रिय होते हैं
आंदोलन न्याय दिलाते हैं, सच्चाई सामने लाते हैं


सत्य, अहिंसा के पुजारी 
 'बापू' देश को स्वतंत्र कराने के लिए कई आंदोलन किये 
इन आंदोलनों ने अंग्रेजों को घुटने टेकने पर मजबूर किए

 दांडी यात्रा किये, खुद नमक बनाये
उनका साथ देने को हजारों
लोग सामने आये

 किसानों ने किया आंदोलन अंग्रेज सरकार की कर वसूली के विरोध में, जगह था गुजरात जिले का खेड़ा
आंदोलन के आगे अंग्रेजों को 
झुकना पड़ा

पेड़ों को बचाने के लिए चिपको 
आंदोलन किया गया
सुंदर लाल बहुगुणा जी ने इसका नेतृत्व किया

पेड़ों को बचाने को महिलाएं
पेड़ से चिपक जाती थीं
तभी वे जंगलों की अंधाधुंध
कटाई रोक पाती थीं

आंदोलन करो,  मगर किसी को हानि मत पहुँचाओ
समाज का उत्थान करो, गरीबों को उनका हक दिलवाओ

स्व अनुशासन का ध्यान रखो, 
सरकारी सम्पत्ति को हानि नहीं पहुँचाओ
कुछ औरों की सुनो, कुछ अपनी सुनाओ

डॉ० उषा पाण्डेय 'शुभांगी'
स्वरचित
वेस्ट बंगाल 

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