विषय भारत
संतान हैं भारत भारती की
प्रकाश विश्व में फैलाएं हम
जुस्तजू है उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
पहरेदार हैं वतन के
कर्तव्यों अपने निभाएं हम।
सजग रहें दुश्मनों से
चेतना सभी में लाए हम।।
जुस्तजू है उस वक्त की।
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
मिल जुल कर रहना सीखें
आपस मे प्रेम बढाये हम।
अपनी रोटी बांट कर खाएं
निराश्रितों को गले लगाएं हम।।
जुस्तजू उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
जुस्तजू उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
देशहित के रहे पुजारी
कभी ना हिम्मत हारे हम
हो सम्मान बहन बेटियों का
यह अभियान चलाएं हम।।
जुस्तजू है उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
बनी रहे एकता अखंडता
कर्तव्य का पालन करते रहे हम।
सारा सच है परास्त हो दुश्मन हमारे
जो सीना ताने चले हम
जुस्तजू है उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
देश हित में रहते सजग
नींद चैन को खोते हैं।
वो सरहद के प्रहरी
रात में भी ना सोते हैं।।
जूस्तजू है उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
नमन है तुमको हे भारत
खिले गुलशन सा मेरा वतन
न्यौछावर है तन मन
रक्षा हेतु करें हम गमन।।
जुस्तजू है उस वक्त की
भारत का मान बढ़ाएं हम।।
@पदमा तिवारी दमोह मध्य प्रदेश
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