राम...
राम एक आस्था एक संबल एक विश्वास है,
सबके हृदय में राम का निवास है।
राम भवसागर की कश्ती,
त्रिलोकी की हस्ती,
भक्तों के आनंद की मस्ती,
शबरी की भक्ति।
दशरथ कौशल्या के पुत्र,
जनक नंदिनी के पति ।
लक्ष्मण के भ्राता ,
अयोध्या के भूपति।
राम अहिल्या का विश्वास,
हनुमान की भक्ति की आस।
जामवंत के लिए शिष्ट,
विभीषण के लिए विशिष्ट।
सुग्रीव के लिए मित्र,
सुमिरन के लिए पवित्र l
माताओं के लाल,
राक्षसों के लिए काल ।
गुरु के लिए शिष्य,
अयोध्या का भविष्य।
देवताओं के लिए गान,
भारतीय संस्कृति का सम्मान।
जीवन का आदर्श,
ज्ञानियों का विमर्श।
बनाता सबका काम ,
ऐसा एक नाम राम ।
दिलीप कुमार शर्मा दीप
मध्य प्रदेश
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