*अयोध्या*
मनु जी ने एक नगर बसाया, दिया अयोध्या नाम
सूयवंश अरु रघुवंश के,
हुए यहाँ राजा महान
सरयू नदी के तट पर स्थित, पर्यटकों को लुभाता है
सात मोक्षदायिनी पवित्र पुरियों में अयोध्या का नाम प्रथम आता है
रामायण और राम चरित मानस, दो ग्रंथों की रचना
बाल्मीकि जी और तुलसी दास जी ने किया
दुनिया के कोने कोने में अयोध्या मशहूर हुआ
अयोध्या अर्थात अ-युद्ध, जो युद्ध के द्वारा जीता नहीं जाता
कोशल, साकेत, अवध आदि नामों से है जाना जाता
कहते हैं अयोध्या विष्णु जी के सुदर्शन चक्र पर टिका है
अथर्व वेद ने अयोध्या को ईश्वर
का नगर कहा है
अयोध्या में पुरुषोत्तम राम ने जन्म लिया, बचपन में कई
खेल किये
वचन पालन करने हेतु राज छोड़ वन गए
अयोध्यावासियों के भाग्य का क्या कहना
जिसने देखा राम का बाल सुलभ क्रीड़ा करना
अयोध्या आज प्रसिद्ध है अपनी संस्कृति के कारण
लोग राम जी से दुख कहते, दशरथ नंदन करते निवारण
अयोध्या का काग भी कितना भाग्यशाली था,
जिसने हरि हाथ से रोटी का टुकड़ा लिया था
पावन है यहाँ की माटी, हवा में उर्जा का संचार
अयोध्या में जो प्राण त्यागता,
आता नहीं फिर वह संसार
,
दीपावली में दीपोत्सव पर इस बार इतिहास रचा जायेगा
सोलह लाख दीपों से अयोध्या जगमगाएगा
डॉ० उषा पाण्डेय 'शुभांगी'
वेस्ट बंगाल
No comments:
Post a Comment